MAIN DHOOP HOON (HINDI)
मैं धूप हूँ
सूरज की पहली किरण हूँ मैं
मैं धूप हूँ
मैं छाँव हूँ
समय की सोच हूँ मैं
सृष्टी का शुभआरम्भ हूँ
बारिश की पहली बूँद हूँ
धरती की सोंधी खुशबू हूँ मैं
अपने सपनों की उम्मीद हूँ
मैं धूप हूँ
मैं रंग बिरंगे फूलों पर ओस के संग मचलती हूँ
खुशियों के बगीचों में लहरा कर चलती हूँ
चट्टान सी परेशानियों के बीच हिम्मत से गुज़रती हूँ
ममता मेरी ही परछाँई है
कर्तव्य की चरम सीमा हूँ मैं
घर हो या बाहर
खेत खलिहान और विज्ञान
मैं हूँ जीवन के हर पहलू का सम्मान
मैं हूँ नारी
वरदान हूँ ईश्वर का
मैं कोई धुआँ नहीँ हूँ
जो हवा में बिखर जाऊँ
दुनिया चाहे मुझे मिट्टी ही समझे
हर ठोकर के साथ
मैं सदा ऊपर ही उठूँगी
संसार रोक नहीँ सकता मुझे
अपने अरमानों की तस्वीर हूँ मैं
सुख और शांती की परछाईं हूँ
और
मैं हूँ मन की सच्चाई
मैं धूप हूँ
मैं छाँव हूँ
हाँ, मैं हूँ नारी
पर अब मैं अबला नहीं
मैं अब कमज़ोर भी नहीं
-----------
अति सुन्दर प्रस्तुति
ReplyDeleteSimply Amazing and heart touching ,Love U Mam
ReplyDelete