MUN HEE SACHHA (HINDI)
मन ही सच्चा
मन ही अच्छा
मन ही सच्चा
है मन कस्तूरी
पर दुनिया दस्तूरी
मन की कामना ही
है मन की भावना
है मन ही निश्छल
और मन ही चंचल
है मन ही चंदन
और मन ही बंधन
है मन ही निश्छल
और मन ही चंचल
है मन ही चंदन
और मन ही बंधन
मन की भक्ति है
मन की असीम शक्ति
है मन ही दोस्त
और मन ही दुश्मन
है मन ही अपना
और मन ही सपना
है मन ही सुबोध
और मन ही अबोध
मन ही सच्चा और मन ही अच्छा
मन ही सच्चा और मन ही अच्छा
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अति सुन्दर रचना
ReplyDeleteVery nice 👌👌
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