AAJ AESA KYON HAE ? (IN HINDI)
आज ऐसा क्यों है ?
कहते है इंसान ईश्वर का ही अंश है
अगर ऐसा है तो तुम ही बताओ न
आज संसार में इतना हाहाकार क्यों है ?
क्यों इतना दुराचार है ?
क्यों नारी का शिकार होता है ?
मासूम बचपन कैसे अँधेरी गलियों में खो जाता है ?
क्यों बेगुनाहों पर गोली चलती है
और परिवार बिखर जाते है ?
क्यों समाज में इतनी असमानता ?
इतनी लाचारी क्यों है तुम्हारी दुनिया में ?
अच्छाई तो भूले भटके ही दिखाई देती है
क्या इंसान शैतान बनता जा रहा है ?
तुम तो सर्वज्ञानी हो परमात्मा
प्रेम और शांति का प्रतिरूप हो
तुमने संसार ऎसा तो नहीं बनाया था
फिर आज हर तरफ अन्याय, भूख और अराजकता क्यों है ?
कहते हैं इंसान ईश्वर का ही अंश है
अगर ऐसा है तो तुम ही बताओ---
ये हमारा आज ऎसा क्यों है ?
क्यों है ऐसा ?
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Beautiful 👌🥰👌👌
ReplyDeleteBeautiful poem that speaks the truth, it is touching and thoughtful .....all so true !
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