PYAR ( IN HINDI)
प्यार
प्यार इक अहसास है
प्यार इक तरंग , प्यार इक सुगंध
प्यार ही चन्दन, प्यार ही बंधन
प्यार ही निष्ठा, प्यार ही प्रतिष्ठा
प्यार में शक्ति, प्यार में भक्ति
प्यार में मंथन, प्यार में सृजन
प्यार से संसार , प्यार से दुलार
हर रूप में हर रंग में ज़िंदगी
केवल प्यार ही प्यार
क्योंकि
केवल प्यार ही प्यार
क्योंकि
प्यार ही गागर
प्यार ही सागर
प्यार ही तरंग
प्यार ही उमंग
प्यार ही सुगंध
प्यार ही सागर
प्यार ही तरंग
प्यार ही उमंग
प्यार ही सुगंध
प्यार ही सुगंधि
क्योंकि
प्यार में सतरंगी सपने है
सपनों की सच्चाई है
प्यार में सतरंगी सपने है
सपनों की सच्चाई है
प्यार ही चंदन प्यार ही बंधन
प्यार ही निष्ठा प्यार ही प्रतिष्ठा
हाँ- प्यार इक सागर है
जिसमें पर्वतों की ऊंचाई है
और सागर की गहराई है
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अति सुंदर
ReplyDeleteBeautiful
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ReplyDeleteयह प्यार ही है जो दो अजनबियों को जीवन्तपर्यन्त एक अटूट रिश्ते में बांध कर रखता है.....
ReplyDeleteबहुत सुंदर रूप से अपने अपनी इस कविता में सरल शब्दों में प्यार को परिभाषित किया है....