मेरा नाम
मेरा नाम
मैं धरती हूँ
शांत और सुशील
मेरा मन सागर से गहरा है
स्नेह और प्यार मेरा जीवन है
पर अब दुनिया में कम नज़र आता है ।
मैं मासूम बेटी हूँ
मैं बहन हूँ
मैं प्रेमिका हूँ
मैं पत्नी हूँ
और मैं हूँ माँ
हाँ - माँ
और मैं हूँ माँ
हाँ - माँ
जीवन के सुख और दुःख सभी मेरे हैं
घर की इज्जत हूँ मैं
मैं हूँ घर की इज़्ज़त
जीवन की सिसकी हूँ मैं
हाँ मैं हूँ धरती
मेरा दूसरा नाम है औरत
घर की लक्ष्मी - औरत
घर की लक्ष्मी - औरत
इक माँ
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Wow.....so nice....👌👍
ReplyDeleteअति सुंदर रचना
ReplyDeleteBeautiful !
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